लॉकडाउन का उल्लंघन: आए टूरिस्ट वीजा पर... कर रहे थे धार्मिक प्रचार... हुई एफआईआर

ये जमाती टूरिस्ट वीजा पर आए। लेकिन ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करने के बजाय धार्मिक प्रचार में उतर गए। कोरोना जैसे विश्वव्यापी महासंकट में इनकी पोल खुलनी शुरू हुई तो ऐसे जमातियों के खिलाफ एफआईआर होनी शुरू हो गई है। गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने विदेश से आए ऐसे जमातियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। यही नहीं, इनके खिलाफ राजपत्रित अधिकारियों की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है जिसमें वीजा एक्ट के उल्लंघन का खासतौर से जिक्र किया जा रहा है। 


मेरठ जनपद में आई जमात के लोगों पर जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने पहले ही कड़ा रुख अपना लिया था। जिसमें मवाना एसडीएम ऋषिराज और एसडीएम सरधना अमित भारतीय को देहात के इलाकों में ऐसे जमातियों को चिह्नित करने के आदेश दे दिए थे। जिसमें मवाना में जमात में आए विदेशी लोगों पर मवाना थाने में सबसे पहले मुकदमा दर्ज हुआ। इनमें संबंधित धाराओं के अलावा पासपोर्ट एक्ट में विदेशी अधिनियम की धारा 14 को भी लगाया गया है। वहीं अभी तक दस से ज्यादा विदेशी जमातियों पर रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है, जो प्रशासनिक सख्ती का नमूना है।  

टूरिस्ट वीजा पर धार्मिक प्रचार
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार सबसे बड़ी बात यह है कि ये विदेशी जमाती देश में टूरिस्ट वीजा पर आते हैं। जबकि टूरिस्ट वीजा में खासतौर से उल्लेख है कि आप सिर्फ टूरिस्ट प्लेस का ही भ्रमण कर सकते हैं। किसी भी धर्म का प्रचार- प्रसार नहीं कर सकते हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि ऐसे में जमात के लोग आजादी के बाद से अब तक पासपोर्ट एक्ट और टूरिस्ट वीजा एक्ट का लगातार खुला उल्लंघन करते आ रहे थे।